18 अगस्त 2004 को पटना ज़िले के पालीगंज स्थित भाकपा(माले) कार्यालय में अराजकतावादियों ने रात के अंधेरे में सोए हुए हमारे पाँच साथियों की निर्मम हत्या कर दी थी। यह घटना न केवल पूरे इलाके बल्कि पूरे राज्य के जनआंदोलनों के लिए गहरा सदमा थी। शहीद होने वाले साथियों में शामिल थे कॉ. बालेश्वर मांझी, जरखा पंचायत के मुखिया कॉ. मंदीप गोस्वामी और कार्यालय सचिव कॉ. शिवदानी यादव।
दुल्हिन बाज़ार और पालीगंज स्थित कार्यालयों में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होकर हमने यह दोहराया कि उनके अधूरे अरमान अधूरे नहीं रहेंगे। उनका संघर्ष और बलिदान हमारी राह को हमेशा रोशन करेगा। जनता की लड़ाई को आगे बढ़ाना, अन्याय और शोषण के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद करना ही उनकी शहादत को जीवित रखना है।