पटना के मनेर प्रखंड के आज़ाद नगर में कुछ दिनों पहले एक 10 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ नृशंस दरिंदगी की घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। यह केवल अपराधियों की वहशियत नहीं है, बल्कि नीतीश-भाजपा सरकार की कानून-व्यवस्था में विफलता को भी उजागर करती है। पूरे समाज में सुरक्षा और न्याय के प्रति भारी चिंता और आक्रोश व्याप्त है।
आज संबंधित अधिकारियों और समाज के प्रतिनिधियों के साथ बच्ची के परिवार से मुलाकात की गई। परिजनों को शोक संवेदना व्यक्त की गई और उन्हें हिम्मत और सहारा दिया गया। साथ ही पुलिस अधिकारियों से त्वरित और न्यायसंगत कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जा सके और परिवार को न्याय मिले।
जनता ने स्पष्ट किया है कि बेटियों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी है। बच्चियों और महिलाओं के प्रति सुरक्षा की कमी अस्वीकार्य है और ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाना आवश्यक है। इस घटना के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हमारी लड़ाई न्याय दिलाने और समाज में बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार जारी रहेगी।