बिहार में गरीबों और वंचितों पर बढ़ते अत्याचार और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की सूदखोरी के खिलाफ़ पालीगंज से आज बड़ी आवाज़ उठी। दुल्हिनबाजार के सियाराम साव को इन लुटेरी कंपनियों की गुंडागर्दी और कर्ज़ के दबाव ने आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया। यह सिर्फ़ एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे बिहार के गरीब तबके की वेदना है।
आज पालीगंज अनुमंडल कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन कर भाजपा-जदयू की डबल इंजन सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया। प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि यह सरकार गरीबों के अधिकारों की रक्षा करने में पूरी तरह विफल रही है और इसके शासन में गरीबों की जिंदगी नर्क बन गई है।