बीते पांच वर्षों से हर रविवार निरंतर चल रही जनसुनवाई आज भी जारी रही। इस प्रक्रिया का उद्देश्य केवल शिकायतें सुनना नहीं है, बल्कि जनता की समस्याओं को समझकर उनका त्वरित और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना है। जनता के साथ संवाद करना ही असली राजनीति की पहचान है, जहां हर आवाज़ मायने रखती है और हर समस्या को गंभीरता से लिया जाता है।
आज की जनसुनवाई में गाँव और कस्बों से आए नागरिकों ने अपने व्यक्तिगत और सामाजिक मुद्दों को साझा किया। प्रशासनिक स्तर पर उनकी शिकायतों पर संज्ञान लिया गया और तत्काल या लंबी अवधि में समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात की गई।
जनता की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जड़ को मजबूत करने वाला कदम है। निरंतर जनसुनवाई से जनता और सरकार के बीच विश्वास और पारदर्शिता बढ़ती है। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करती है कि विकास और सुविधाएँ हर व्यक्ति तक पहुँचें और समाज में समान अवसर और न्याय की भावना कायम रहे।