यह वाक्य गहरी प्रतीकात्मकता लिए हुए है। "जब तिरंगे के साथ लाल और हरा झंडा भी एकता का संदेश देगा" का अर्थ है कि जब देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, और उसके साथ विभिन्न विचारधाराओं, संस्कृतियों व समुदायों के प्रतीक झंडे (लाल और हरे) एक साथ लहराएंगे, तो वह केवल रंगों का मेल नहीं होगा, बल्कि विविधता में एकता का सशक्त प्रदर्शन होगा। यह संदेश देता है कि चाहे धर्म, जाति
भाषा या राजनीतिक विचारधारा अलग-अलग हों, लेकिन जब सब एक झंडे तले और एक उद्देश्य के लिए साथ खड़े होंगे, तब समाज में समरसता और भाईचारे का वातावरण बनेगा। यह दृश्य उन लोगों के लिए भी एक उत्तर होगा, जो विभाजन और नफ़रत की राजनीति से समाज को बाँटना चाहते हैं।
असल में यह पंक्ति एक चेतावनी भी है—कि जब जनता एकजुट होकर राष्ट्रध्वज और अपने-अपने झंडों को साथ लहराएगी, तब कोई भी सत्ता, कोई भी चुनाव चोर, कोई भी विभाजनकारी ताक़त उनके सामने टिक नहीं पाएगी। यह जनता की शक्ति, लोकतंत्र की ताक़त और एकता का उद्घोष है।