बिहार के विभिन्न जिलों में कार्यरत सर्वेक्षण संविदाकर्मी बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। ये कर्मी भूमि सर्वेक्षण, भू-अभिलेख अद्यतन, एवं सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लंबे समय से नियमितीकरण, उचित वेतनमान, सेवा सुरक्षा और सामाजिक लाभ जैसी बुनियादी मांगों को लेकर वे सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
गर्दनीबाग धरनास्थल पर सैकड़ों संविदा सर्वेक्षणकर्मी इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को लेकर नाराज़गी जाहिर की। हड़ताल के दौरान आयोजित सभा में कर्मचारी नेताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने मंच से कर्मियों की समस्याओं पर प्रकाश डाला।
इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का सीधा असर भूमि सर्वेक्षण कार्यों और संबंधित योजनाओं की प्रगति पर पड़ा है, जिससे सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है। संविदाकर्मियों का कहना है कि वे मजबूरी में सड़क पर उतरे हैं, क्योंकि वर्षों की सेवा के बाद भी उन्हें ना तो स्थायी कर्मचारी का दर्जा मिला है और ना ही सामाजिक सुरक्षा का लाभ।