सम्मेलन में लोकतंत्र और संविधान पर बढ़ते हमलों के खिलाफ आवाज बुलंद की गई और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज़ करने का संकल्प लिया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ पार्टी नेताओं द्वारा की गई, और विचार-विमर्श के उपरांत एक नई 9 सदस्यीय लोकल कमिटी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से कॉ. अनिल यादव को नया सचिव चुना गया, जिन्होंने पार्टी को मजबूत करने, जनसंघर्षों को धार देने और गांव-गांव में संगठन को विस्तार देने का संकल्प लिया।
सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने देश में बढ़ती असमानता, बेरोजगारी, महंगाई और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता व्यक्त की। साथ ही, संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और मेहनतकश जनता के अधिकारों के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। कार्यक्रम का समापन "भाकपा (माले) ज़िंदाबाद!", "संविधान बचाओ – लोकतंत्र बचाओ!" जैसे गगनभेदी नारों के साथ हुआ, जिसने माहौल को ऊर्जा और संकल्प से भर दिया। Dr Sandeep Saurav