आज दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित Bihar Policy Dialogue एक बेहद सार्थक और सफल आयोजन रहा, जिसमें मुझे वक्ता के रूप में शामिल होने का अवसर मिला। इस संवाद का उद्देश्य बिहार के विकास से जुड़े अहम विषयों पर गहन विमर्श करना था, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और पब्लिक फाइनेंस जैसे क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति और संभावनाओं पर विशेषज्ञों ने विचार रखे।
इस आयोजन में बक्सर के माननीय सांसद श्री सुधाकर सिंह जी ने केंद्रीय भूमिका निभाई और संवाद को दिशा दी। उन्होंने बिहार में नीतिगत सुधारों की आवश्यकता पर जोर दिया और विकास के समावेशी मॉडल की वकालत की।कार्यक्रम में बक्सर के माननीय सांसद श्री सुधाकर सिंह जी ने विशेष भूमिका निभाई। उन्होंने यह स्पष्ट रूप से कहा कि बिहार जैसे राज्य के लिए नीतियाँ सिर्फ कागज़ पर नहीं, बल्कि ज़मीनी स्तर पर प्रभावी और जनहितैषी होनी चाहिए।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले नीति-विशेषज्ञों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने राज्य के समग्र विकास के लिए ठोस सुझाव और दृष्टिकोण प्रस्तुत किए। संवाद के दौरान इस बात पर सहमति बनी कि नीतियों को जनपक्षीय, प्रभावी और ज़मीनी हकीकतों से जुड़ा होना चाहिए, तभी बिहार को एक प्रगतिशील और समृद्ध राज्य बनाया जा सकता है।
इस तरह के संवाद राज्य और देश के भविष्य के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और नीति निर्धारण की प्रक्रिया को लोकतांत्रिक तथा समावेशी बनाते हैं।
इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और पब्लिक फाइनेंस जैसे बुनियादी और निर्णायक क्षेत्रों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इन सभी क्षेत्रों को राज्य के विकास का आधार मानते हुए वक्ताओं ने न सिर्फ वर्तमान समस्याओं को उजागर किया, बल्कि उनके व्यावहारिक और दीर्घकालिक समाधान भी प्रस्तुत किए।
Dr. Sandeep Saurav