इमामगंज बाज़ार में मंगलवार की दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब अज्ञात अपराधियों ने सहदेव प्रसाद गुप्ता के पुत्र नागेंद्र गुप्ता को गोली मार दी। 30 वर्षीय नागेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तुरंत AIIMS ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उनकी हालत अब स्थिर बताई है। इस हमले में उनका बड़ा भाई दीपू गुप्ता बाल-बाल बच गया।
हैरानी की बात यह रही कि वारदात के वक्त घटनास्थल पर 112 नंबर की पुलिस टीम मौजूद थी, फिर भी अपराधी हथियार लहराते हुए आसानी से फरार हो गए। इलाके में पहले भी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याएँ हो चुकी हैं, जिससे स्थानीय लोगों में भय और रोष व्याप्त है।
पालीगंज के इमामगंज बाज़ार में मंगलवार की दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब बाइक सवार अपराधियों ने सहदेव प्रसाद गुप्ता के पुत्र, 30 वर्षीय नागेंद्र गुप्ता पर जानलेवा हमला कर दिया। अपराधियों ने अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिससे नागेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले में उनके बड़े भाई दीपू गुप्ता भी साथ मौजूद थे, जो किसी तरह बाल-बाल बच गए।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि वारदात के वक़्त घटनास्थल पर 112 नंबर डायल सेवा के तीन पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन अपराधी खुलेआम हवा में बंदूक लहराते हुए मौके से फरार हो गए। पुलिसकर्मियों की निष्क्रियता और लापरवाही ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।