भाकपा माले (भाकपा मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और AICCTU (ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स) ने आंगनवाड़ी कर्मियों के चयनमुक्त (सिलेक्शन फ्री) मामले को लेकर जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है। इन दोनों संगठनों का कहना है कि राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी कर्मियों के चयन के लिए जो प्रक्रिया अपनाई है, वह पूरी तरह से अनुचित और भेदभावपूर्ण है।
आंगनवाड़ी कर्मियों की भर्ती में पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी का आरोप इन संगठनों ने सरकार पर लगाया है। भाकपा माले और AICCTU का कहना है कि आंगनवाड़ी कर्मियों की चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और नाकाफी मानदंडों का पालन किया जा रहा है जिससे योग्य उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पा रहा है और उनका हक मारा जा रहा है।इन संगठनों ने राज्य सरकार से मांग की है
उनका कहना है कि आंगनवाड़ी कर्मी समाज के महत्वपूर्ण सदस्य हैं और उनकी सही चयन प्रक्रिया से समाज में शिक्षा और पोषण सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ सकती है।आंगनवाड़ी कर्मियों के चयनमुक्त मामले पर भाकपा माले (भाकपा मार्क्सवादी-लेनिनवादी) और AICCTU (ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स) ने राज्य सरकार के खिलाफ एक जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है।