श्री चंदन कुमार जी के 9 वर्षीय पुत्र पवन कुमार की सर्पदंश (साँप के काटने) से हुई असामयिक मृत्यु की खबर अत्यंत पीड़ादायक और हृदयविदारक है। मासूम पवन का यूँ अचानक चले जाना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गाँव और समाज के लिए एक गहरी क्षति है।
आज शोक-संतप्त परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदना प्रकट की और उन्हें ढांढस बंधाया। इस कठिन समय में हम उनके साथ खड़े हैं और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाते हैं। पवन का मासूम चेहरा और उसके सपनों से भरे नन्हे कदम अब यादों में रह गए हैं।
यह घटना इस बात की ओर भी इशारा करती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं और सर्पदंश जैसे आपातकालीन मामलों में त्वरित उपचार की व्यवस्था कितनी ज़रूरी है। हम सभी से अपील करते हैं कि ऐसे मामलों में जागरूकता बढ़ाई जाए और प्रशासन को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोकाकुल परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।