बिहार के विभिन्न जिलों में कार्यरत संविदा पर नियोजित सर्वेक्षण कर्मी लंबे समय से अपने अधिकारों की मांग को लेकर संघर्षरत हैं। नियमितीकरण, न्यूनतम वेतन, ESI, PF जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ, और कार्य की स्थिरता जैसी बुनियादी मांगों को लेकर इन कर्मियों ने बार-बार सरकार का ध्यान खींचा।
1 अक्टूबर को संविदा कर्मियों के आंदोलन को मज़बूती देने के लिए विधान परिषद सदस्य कॉ. शशि यादव, एक्टू नेता कॉ. रणविजय कुमार सहित अन्य नेताओं ने धरना स्थल पर पहुँचकर उनका समर्थन किया। इन जनप्रतिनिधियों ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव से मुलाकात की और कर्मियों की मांगों को विस्तार से रखा।
इस आंदोलन ने बिहार में संविदा पर कार्यरत अन्य श्रमिक वर्गों को भी प्रभावित किया है और एकजुटता का संदेश दिया है। जनप्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि वे पूरी प्रतिबद्धता और ताक़त के साथ इन मेहनतकश साथियों के साथ खड़े हैं और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, संघर्ष जारी रहेगा।