3 अप्रैल को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की सीनेट बैठक में भाजपा के एमएलसी नवल किशोर यादव द्वारा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार महोदय के प्रति इस्तेमाल की गई अभद्र और आपत्तिजनक भाषा अत्यंत शर्मनाक और निंदनीय है। बैठक की शुरुआत से ही जिस तरह से अशिष्टता और लफ़ंगई की भाषा का प्रदर्शन हुआ, वह न केवल व्यक्तिगत मर्यादा का उल्लंघन है, बल्कि सीनेट जैसी प्रतिष्ठित और लोकतांत्रिक संस्था का भी अपमान है।