घूरना बीघा गांव में मुनातांतो जी (उम्र 40 वर्ष) के परिवार से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की गई। वे गुजरात में रहकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे, और उनका असमय निधन गांव और परिवार के लिए अत्यंत दुःखद है। साथ ही, कुछ दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल हुए अनिल दास जी के परिवार से भी मुलाक़ात की गई और बेहतर इलाज सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों से बात की गई।
इसी गांव के अनिल दास जी, जो कुछ दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे और उनका पैर टूट गया था, उनके परिवार से भी मुलाक़ात की गई। अस्पताल में बेहतर इलाज और सुविधा सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों से बात की गई ताकि घायल को समय पर और उचित चिकित्सा सहायता मिल सके। इससे परिवार को राहत और भरोसा मिला कि उनके प्रियजन की देखभाल सुनिश्चित है।
इसके बाद गांव एवं दरवेश जी के टोला में जनसंपर्क किया गया। ग्रामीणों से बातचीत में मौजूदा सरकार की नीतियों के प्रति गहरा असंतोष और बदलाव की स्पष्ट लहर देखने को मिली। जनता की भावनाओं और अपेक्षाओं को समझते हुए यह स्पष्ट हुआ कि लोग सकारात्मक परिवर्तन की ओर अग्रसर होने के लिए तैयार हैं और उनकी समस्याओं और जरूरतों पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।