28 मई 2025 को पालीगंज अनुमंडल कार्यालय, पटना में किसानों ने एकजुट होकर महाधरना आयोजित किया। यह धरना अखिल भारतीय किसान महासभा, पटना जिला परिषद द्वारा आयोजित किया गया था। धरने का मुख्य उद्देश्य खेती, किसानी और किसानों के अधिकारों की रक्षा करना था। किसानों ने नारा दिया — "खेत–खेती–किसान बचाओ, कॉरपोरेट लूट का राज मिटाओ!"
यह महाधरना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से ठीक एक दिन पहले हुआ, जो सरकार को एक स्पष्ट संदेश था कि देश का अन्नदाता अब चुप नहीं बैठेगा। किसानों ने खेती में कॉरपोरेट के बढ़ते हस्तक्षेप, कृषि भूमि की लूट, और किसानों की बदहाली के खिलाफ आवाज बुलंद की।
इस संघर्षपूर्ण प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर और जन संगठनों के कार्यकर्ता शामिल हुए और उन्होंने सरकार से खेती-किसानी को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। इस नारे के माध्यम से किसानों ने न केवल कृषि संकट की ओर ध्यान आकर्षित किया, बल्कि यह भी साफ संदेश दिया कि देश की खेती को कॉरपोरेट घरानों के हवाले करने की किसी भी योजना का विरोध होगा।