नवादा ज़िले के नारदीगंज प्रखंड के मोतनाज़े एवं मधुवन गांव गंगाजल आपूर्ति योजना फ़ेज़-2 के कारण पूरी तरह उजाड़े जा रहे हैं। नालंदा से सटे इन गांवों का दौरा करने पर, मैंने देखा कि इस योजना से गांव में विस्थापन का हाहाकार मच चुका है। ये गांव के किसान, जो कृषि और पशुपालन पर निर्भर हैं, आज संकट में हैं। हमने विधानसभा में माँग की थी कि इस योजना को निकटवर्ती गहलौर घाटी में स्थानांतरित किया जाए, जहाँ 800 एकड़ सरकारी भूमि उपलब्ध है। लेकिन सरकार बिना उचित भूमिअधिग्रहण प्रक्रिया के बुल्डोज़र चला रही है और अपने निर्णय पर अड़ी हुई है। सरकार से पुनर्विचार की सख्त अपील की जाती है!