आज नालंदा जिले के हरनौत, थरथरी और बिहार शरीफ प्रखंडों में ‘हक़ दो, वादा निभाओ’ आंदोलन के तहत ज़मीनी स्तर पर जनसंघर्ष तेज़ हुआ। आंदोलन ने गाँव-गाँव जाकर लोगों की समस्याओं को उजागर किया और सरकार से किए गए वादों को पूरा करने की मांग दोहराई।गरीब, भूमिहीन और वंचित तबके के लोगों ने सरकार की ओर से घोषित आर्थिक सहायता, वास-आवास के अधिकार और बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर आवाज़ उठाई।
हक़ दो, वादा निभाओ" आंदोलन अब केवल एक नारा नहीं रहा, यह अब बिहार की ज़मीन पर चल रही एक जनचेतना की मजबूत धारा बन चुका है। नालंदा ज़िले के गाँव-गाँव में इस आंदोलन की गूंज सुनाई देने लगी है। गाँवों में जनसभाएँ, चौपाल, पदयात्राएँ और संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है
इस संघर्ष में जनता की भागीदारी और जोश दिखाता है कि अब यह आंदोलन केवल एक मांग नहीं, बल्कि एक निर्णायक लड़ाई में तब्दील हो चुका है। जब तक हर जरूरतमंद को उसका हक़ नहीं मिलता, तब तक यह आंदोलन थमेगा नहीं। साथ ही, स्मार्ट मीटर जैसे जनविरोधी फैसलों का भी विरोध किया गया। सरकार से किए गए वादों को याद दिलाया जा रहा है।