25 अप्रैल को INDIA गठबंधन के आह्वान पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उन मासूमों की याद में था जिन्होंने आतंकवाद की क्रूरता का शिकार होकर अपना जीवन खो दिया। कैंडल मार्च में विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया।
हाथों में जलती हुई मोमबत्तियाँ और आंखों में आंसू लिए लोगों ने शहीदों को याद किया और उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर वक्ताओं ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने की आवश्यकता पर बल दिया और सरकार से पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने तथा क्षेत्र में शांति बहाल करने की मांग की।
यह श्रद्धांजलि सभा न केवल मारे गए लोगों के प्रति सम्मान का प्रतीक थी, बल्कि यह भी संदेश थी कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, और निर्दोष नागरिकों की हत्या किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। यह आयोजन समाज के उस सामूहिक दर्द और एकता को भी दर्शाता है, जो आतंकवाद के विरुद्ध खड़ा होने के लिए आवश्यक है।