आज पटना में आयोजित ‘नागरिक सम्मान समारोह’ ने शिक्षा, लोकतंत्र और जनआवाज़ की सशक्त जीत को सम्मानित किया। इस विशेष अवसर पर JNUSU के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों – नीतीश कुमार (अध्यक्ष), मनीषा (उपाध्यक्ष) और मुन्तहा फ़ातिमा (महासचिव) को उनके संघर्ष और विजय के लिए सम्मानित किया गया। इन छात्रों की जीत न केवल एक विश्वविद्यालय की चुनावी प्रक्रिया की जीत है, बल्कि यह शिक्षा, लोकतंत्र और युवाओं की आवाज़ की अनमोल महत्ता का प्रतीक है।
आज जब सत्ता, युवाओं की सोच, आवाज़ और अस्तित्व को दबाने की कोशिश कर रही है, तब इन युवा नेताओं ने यह साबित कर दिखाया कि संघर्ष, विचारधारा और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ हर चुनौती का सामना किया जा सकता है। इनकी जीत न सिर्फ़ JNU के विद्यार्थियों की जीत है, बल्कि पूरे समाज के उन लोगों की जीत है जो स्वतंत्रता, समानता और सामाजिक न्याय की आकांक्षा रखते हैं।
इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित और प्रबुद्ध व्यक्तित्वों की उपस्थिति रही, जिनमें कॉ. दीपंकर भट्टाचार्य (महासचिव, भाकपा-माले), प्रो. ओ. पी. जायसवाल (प्रख्यात इतिहासकार), कॉ. धनंजय (पूर्व अध्यक्ष, JNUSU) और अन्य लोग शामिल थे। इन विचारशील व्यक्तित्वों ने छात्र आंदोलन के महत्व और युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।