इस क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण परिवार वर्षों से पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के माध्यम से अपनी आजीविका चला रहे हैं, लेकिन लंबे समय से वे सही मूल्य, बाजार और तकनीकी सहयोग से वंचित थे। अब स्थिति में बदलाव देखने को मिल रहा है। सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं के तहत दुग्ध सहकारी समितियों का गठन, दूध संग्रहण केंद्रों की स्थापना, और पशुओं के लिए बेहतर चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
दुल्हिनबाजार प्रखंड में दुग्ध उत्पादकों के लिए एक नई उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। स्थानीय प्रशासन और सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं एवं पहल के अंतर्गत दुग्ध उत्पादन से जुड़े किसानों और पशुपालकों को प्रोत्साहन देने का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है।
दुल्हिनबाजार में आयोजित एक जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने यह आश्वासन दिया कि आने वाले समय में दुग्ध उत्पादन क्षेत्र को और सशक्त करने के लिए दूध की खरीद दर में पारदर्शिता, समय पर भुगतान और विपणन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। यह पहल न केवल ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाएगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को भी स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करेगी।