नदहरी गाँव में उस समय हड़कंप मच गया जब खेतों से कटकर लाए गए गेहूं के पुले और फसलें खुले खलिहान में भीषण आग की चपेट में आ गईं। देखते ही देखते आग ने पूरे खलिहान को अपनी चपेट में ले लिया और किसानों की महीनों की मेहनत जलकर राख हो गई। यह घटना न सिर्फ आर्थिक नुकसान का कारण बनी, बल्कि गांव के मेहनतकश किसानों के लिए भावनात्मक आघात भी लेकर आई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग दोपहर के समय लगी, जब तेज गर्मी और हवा चल रही थी। पहले एक कोने से धुआँ उठता दिखा और फिर पलभर में ही आग ने आसपास रखी पूरी फसल को घेर लिया। ग्रामीणों और किसानों ने मिलकर आग बुझाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन जब तक दमकल की गाड़ी पहुंची, तब तक काफी कुछ जल चुका था।
इस आगजनी में दर्जनों किसानों की पूरी गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। जिन खलिहानों में यह अनाज रखा गया था, वे ही उनकी साल भर की आमदनी और परिवार का सहारा थे। कई परिवारों के सामने अब आर्थिक संकट मंडराने लगा है।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तुरंत सर्वेक्षण कराकर पीड़ित किसानों को उचित मुआवज़ा दिया जाए और खलिहानों में अग्नि सुरक्षा के इंतज़ाम किए जाएँ, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।