पटना में महागठबंधन द्वारा एक महत्वपूर्ण संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न घटक दलों के नेता, कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस संवाद का उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर साझा रणनीति बनाना, जनसमस्याओं पर चर्चा करना और एक मजबूत, जनपक्षधर सरकार के लिए जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करना था।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने भाजपा और एनडीए सरकार की जनविरोधी नीतियों, बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य की बदहाल स्थिति पर तीखी आलोचना की और जनता से अपील की कि वे इस बार बदलाव का मन बनाएं। सभी दलों ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि "अबकी बार, महागठबंधन सरकार"—एक ऐसी सरकार जो सामाजिक न्याय, विकास, समानता और लोकतांत्रिक मूल्यों को प्राथमिकता दे।
इस संवाद कार्यक्रम ने आगामी चुनावों के लिए महागठबंधन की एकजुटता, तैयारी और जनसमर्थन को मजबूती से सामने रखा, और यह संदेश दिया कि बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है।कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बिहार की वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर मंथन करना और आगामी चुनावों के लिए एक व्यापक जनसमर्थन आधारित वैकल्पिक नीति और नेतृत्व की रूपरेखा तय करना था।