बिहार के पटना जिले के रनियातालाब और भोजपुर जिले के सन्देश प्रखंड के बीच बहने वाली सोन नदी पर पुल की अनुपस्थिति वर्षों से दोनों क्षेत्रों की जनता के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है। इस नदी ने केवल भौगोलिक दूरी ही नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास के बीच भी एक दीवार खड़ी कर दी है। अब स्थानीय जनता, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र संगठन इस क्षेत्र में पुल निर्माण की ज़ोरदार माँग कर रहे हैं।
इस क्षेत्र के लोग रोज़मर्रा की ज़रूरतों, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि कार्यों और व्यवसाय के लिए एक जिले से दूसरे जिले की यात्रा करने को मजबूर हैं, लेकिन पुल न होने के कारण उन्हें कई किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर आवागमन करना पड़ता है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब नावों के सहारे जान जोखिम में डालकर लोग नदी पार करते हैं।
यह क्षेत्र कृषि प्रधान और श्रमिक बहुल इलाका है, जहां से बड़ी संख्या में लोग आरा, पटना या अन्य शहरों की ओर काम और शिक्षा के लिए जाते हैं। सोन नदी पर पुल न होने से न केवल समय और पैसे की बर्बादी होती है, बल्कि कई बार आपात स्थितियों में जान का भी नुकसान हो चुका है।