हर सप्ताह की तरह इस बार भी जनता से सीधा संवाद कर उनके मुद्दों, समस्याओं और सुझावों को सुना गया। यह संवाद केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक प्रतिबद्ध प्रयास है — जनता की आवाज़ को समझने और उसके समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाने का। हमारा विश्वास है कि सशक्त लोकतंत्र की नींव जनसंवाद में ही निहित है। सेवा, संवाद और समाधान की भावना के साथ हम निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।
लोकतंत्र की असली ताक़त जनता की भागीदारी और संवाद में निहित होती है। हमारा प्रयास सदैव यह रहा है कि शासन और जनता के बीच की दूरी को कम किया जाए और आम नागरिकों की आवाज़ सीधे तौर पर सुनी जाए। इसी उद्देश्य से हर सप्ताह जनता से सीधा संवाद स्थापित किया जाता है,
इस संवाद के माध्यम से न केवल हमें जमीनी हकीकत का गहराई से ज्ञान होता है, बल्कि जनता की भावनाओं को समझने और उनके अनुसार नीतियों एवं योजनाओं को बेहतर बनाने का अवसर भी मिलता है। यह प्रक्रिया एकतरफा नहीं होती, बल्कि यह एक जीवंत और संवेदनशील संवाद होता है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी महत्वपूर्ण मानी जाती है।