पालीगंज में रविवार के दिन एक महत्वपूर्ण जनसंवाद और जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों, किसानों, मजदूरों, छात्रों और महिलाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनता की समस्याओं को सीधे सुनना, उनके सवालों का जवाब देना और उनके संघर्षों को मजबूत करना था।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय मुद्दों — जैसे भूमि विवाद, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, बेरोजगारी और सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार — पर खुलकर चर्चा हुई। लोगों ने अपनी समस्याएँ और शिकायतें बेझिझक मंच पर रखीं।
जनसंवाद और जनसुनवाई के ज़रिए जनता में नई ऊर्जा का संचार हुआ और लोकतांत्रिक भागीदारी की भावना को बल मिला। कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि जनता अब अपने अधिकारों के प्रति पहले से ज्यादा जागरूक है और वे संगठित होकर अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
आयोजकों ने घोषणा की कि पालीगंज और आसपास के क्षेत्रों में इस तरह के और भी संवाद व संघर्ष कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे, ताकि जमीनी समस्याओं को लेकर व्यापक जनआंदोलन खड़ा किया जा सके।