आज दुल्हिन बाजार प्रखंड अंतर्गत सोरमपुर टांडी गांव का दौरा कर वहां निवास कर रहे मुसहर समुदाय के लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया गया। यह क्षेत्र सामाजिक और आर्थिक रूप से अत्यंत पिछड़ा हुआ है, जहां मूलभूत सुविधाओं – जैसे आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजगार – की घोर कमी देखी गई। ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हुए उनकी पीड़ा को नजदीक से समझने का अवसर मिला। यह स्पष्ट था कि वर्षों से यह इलाका सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से वंचित रहा है।
जनसंवाद के दौरान सबसे पहले आवास की गंभीर समस्या सामने आई। कई परिवार वर्षों से झोपड़ियों में रह रहे हैं, जिनके पास स्थायी आवास की कोई व्यवस्था नहीं है। इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए संबंधित आवास सहायक को मौके पर ही बुलाया गया और सभी जरूरतमंद परिवारों के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में जोड़ने का निर्देश दिया गया, ताकि जल्द से जल्द उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक आवास मिल सके।
ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं, पीने के पानी, शौचालय, राशन वितरण, वृद्धा पेंशन और मनरेगा जैसी योजनाओं से जुड़ी अन्य समस्याएं भी साझा की गईं। सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को निर्देश देने की प्रक्रिया शुरू की गई है। हमारा यह विश्वास है कि सरकार की योजनाओं का लाभ तब तक अधूरा है, जब तक वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक न पहुँचे।
यह दौरा केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक समर्पित प्रयास है – समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय, समानता और विकास पहुंचाने का। हमारा संकल्प है कि मुसहर समुदाय जैसे उपेक्षित वर्गों की आवाज़ को न केवल सुना जाएगा, बल्कि उस पर अमल भी किया जाएगा, ताकि एक समावेशी और सशक्त समाज का निर्माण हो सके।
इसके अलावा, शिक्षा की स्थिति भी बेहद चिंताजनक मिली। गांव के पास ही स्कूल होने के बावजूद मात्र तीन घरों के बच्चे ही नियमित रूप से स्कूल जाते हैं, जबकि शेष बच्चे शिक्षा से वंचित हैं। इस विषय में तुरंत ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी (BEO) से बात कर निर्देश दिया गया कि प्रत्येक बच्चे का नामांकन स्कूल में सुनिश्चित किया जाए और इस पर विशेष निगरानी रखी जाए। Dr. Sandeep Saurav