बिहार में कंप्यूटर शिक्षक पद के लिए लंबे समय से इंतज़ार कर रहे अभ्यर्थियों के सब्र का बाँध अब टूटता नज़र आ रहा है। सरकार द्वारा 26,000 पदों पर बहाली की घोषणा तो पहले ही की जा चुकी थी, लेकिन आज तक न कोई ठोस प्रक्रिया शुरू हुई और न ही कोई स्पष्ट टाइमलाइन सामने आई है। ऐसे में अभ्यर्थियों के बीच ग़ुस्सा, चिंता और असमंजस का माहौल है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार सिर्फ़ घोषणाओं तक सीमित है, ज़मीनी स्तर पर कोई प्रगति नहीं हो रही।
तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने और डिजिटल इंडिया के सपनों को ज़मीन पर उतारने के लिए यह ज़रूरी है कि स्कूलों में योग्य कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति हो। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि बिहार के हज़ारों प्रशिक्षित और योग्य उम्मीदवार वर्षों से इंतज़ार कर रहे हैं, जबकि विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षा की स्थिति बेहद दयनीय है।अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार सिर्फ़ घोषणाओं तक सीमित है, ज़मीनी स्तर पर कोई प्रगति नहीं हो रही।