पालीगंज की जनता की दशकों पुरानी मांग अब साकार होने जा रही है। समदा पुल का टेंडर जारी हो चुका है और इसे 18 महीनों में पूरा करने की योजना है। यह परियोजना सिर्फ एक पुल निर्माण नहीं, बल्कि वर्षों की जनसहभागिता, आंदोलनों और संघर्ष की जीत का प्रतीक है। पुल से न केवल आवागमन में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक, शैक्षिक एवं स्वास्थ्य सेवाओं में भी उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है। यह सफलता हमें याद दिलाती है कि जब हम संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ते हैं, तो परिवर्तन अवश्य संभव है।