भाकपा माले नेत्री, विधान परिषद सदस्या एवं सीनेट सदस्या कॉमरेड शशि यादव द्वारा बिहार के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जारी लूट, भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप के खिलाफ जबरदस्त ढंग से आवाज़ उठाई गई है। उन्होंने सरकार और राजभवन की मिलीभगत से बीजेपी द्वारा अपने चहेते लोगों को शैक्षणिक संस्थानों में बैठाकर संसाधनों की लूट और संस्थानों को खोखला करने के खेल का पर्दाफाश किया।
कॉ. शशि यादव द्वारा इन गंभीर मुद्दों को विधान परिषद और विश्वविद्यालय सीनेट में उठाए जाने के बाद सत्ता पक्ष में हड़कंप मच गया है। सत्ता पक्ष की ओर से एक महिला जनप्रतिनिधि के साथ किया गया अमर्यादित व्यवहार न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन है, बल्कि यह महिलाओं की आवाज को दबाने की कोशिश भी दर्शाता है, जिसकी चौतरफा निंदा हो रही है।
भाकपा माले ने मांग की है कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का स्वतंत्र और निष्पक्ष ऑडिट कराया जाए ताकि वित्तीय अनियमितताओं और प्रशासनिक भ्रष्टाचार का खुलासा हो सके। यह मुद्दा सिर्फ शिक्षा व्यवस्था की सफाई का नहीं, बल्कि लोकतंत्र और जनप्रतिनिधित्व की गरिमा बचाने का भी है। Dr Sandeep Saurav