पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दुल्हिनबाजार प्रखंड के राजीपुर पंचायत स्थित पैपुरा खुर्द गांव में हाल ही में घटित हुई पुलिसिया बर्बरता की घटना अत्यंत ही निंदनीय, अमानवीय और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। पालीगंज डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा निर्दोष ग्रामीणों पर लाठीचार्ज और उत्पीड़न की जो कार्यवाही की गई, उसने न सिर्फ मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन किया, बल्कि आम जनता के दिल में भय, असुरक्षा और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।
इस पुलिसिया कार्रवाई में न तो महिलाओं, न ही बुजुर्गों और बच्चों को बख्शा गया। निर्दोष और शांतिप्रिय नागरिकों के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया, वह लोकतंत्र के मुँह पर एक करारा तमाचा है। प्रशासन का काम जनता की सुरक्षा करना है, न कि उन्हें डराकर कुचल देना।
मैं स्वयं पैपुरा खुर्द गांव पहुँचा, वहाँ के पीड़ित परिवारों से मिला और उनकी व्यथा को सुना। भय और पीड़ा से डरे-सहमे ग्रामीणों की आँखों में प्रशासन के खिलाफ अविश्वास साफ़ झलक रहा था। मैंने पीड़ितों को हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार और प्रशासन से माँग करता हूँ कि इस बर्बर कृत्य में शामिल दोषी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के विरुद्ध अविलंब कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी तंत्र अपनी सीमाएं न लांघे