आज पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित आंदोलन में भाग लेकर हमने उन सैकड़ों कर्मचारियों के संघर्ष के प्रति अपनी मज़बूत एकजुटता प्रकट की, जो वर्षों से अपने अधिकारों, सम्मानजनक कार्य स्थितियों और बुनियादी मांगों को लेकर लड़ रहे हैं। यह सिर्फ किसी एक विभाग का मामला नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक प्रशासनिक न्याय और श्रम अधिकारों का सवाल है।
आज पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर चल रहे बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ के आंदोलन में शामिल होकर हमने उनकी आवाज़ को मजबूती देने का प्रयास किया। यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन उसकी मांगें बेहद ठोस और ज़मीनी थीं
इस संघर्ष को केवल एक विभागीय मामला समझना भूल होगी—यह एक सिस्टम में इंसाफ और गरिमा की लड़ाई है। जो कर्मचारी ज़मीन पर जनता के सबसे नज़दीक काम करते हैं, उनका सम्मान और अधिकार सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है इसके बावजूद इन्हें अपने गृह ज़िले में स्थानांतरण, उचित वेतनमान, सेवा की स्थिरता, और समान काम के लिए समान वेतन जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित रखा गया है।