आज पटना कॉलेज, पटना में विभिन्न छात्र-युवा संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित छात्र-युवा संसद में छात्रों ने एकजुट होकर अपनी आवाज़ बुलंद की। इस संसद में बड़ी संख्या में छात्रों, युवाओं, शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और अपनी मांगें सरकार तक पहुँचाई।
मुख्य रूप से, छात्रों ने BPSC 70वीं परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराने की मांग की। इसके अलावा, पेपर लीक के मामलों पर कड़ी कार्रवाई और इस पर सख्त कानून बनाने की भी जोरदार मांग की गई। छात्रों ने यह भी चेतावनी दी कि आंदोलनकारी छात्रों और युवाओं पर होने वाला दमन तुरंत रोका जाए, क्योंकि यह उनके अधिकारों का उल्लंघन है।
इस संसद ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था और परीक्षा प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार और धांधली के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सरकार से यह अपील की कि वह नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करे और पारदर्शी व निष्पक्ष परीक्षा प्रणाली लागू करे।
यह संसद सरकार को यह संदेश देने का एक मजबूत प्रयास था कि छात्र और युवा अब अपने हक और न्याय के लिए सड़कों पर संघर्षरत हैं और वे अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे। आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को और अधिक मजबूती से उठाया जाएगा।