आज गर्दनीबाग में आयोजित BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन में शामिल होकर उनकी आवाज़ को मजबूती देने का अवसर मिला। इस धरने में भाकपा (माले) महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य जी के साथ उपस्थित होकर हमने अभ्यर्थियों के संघर्ष और उनकी मांगों का समर्थन किया। यह आंदोलन सिर्फ एक परीक्षा के बारे में नहीं, बल्कि युवाओं के हक और उनके सपनों के बारे में है।
परीक्षा प्रक्रिया में हुई अनियमितताएँ और गड़बड़ियों ने लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य को अनिश्चितता के गर्त में डाल दिया है। अभ्यर्थियों की मांग है कि इस परीक्षा को रद्द कर पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से पुनः परीक्षा कराई जाए। यह मुद्दा भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के खिलाफ केवल अभ्यर्थियों का नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जो न्याय, पारदर्शिता और ईमानदारी में विश्वास करता है।
हमारा यह नैतिक कर्तव्य है कि हम उनके साथ खड़े हों और उनके अधिकारों के लिए आवाज़ उठाएं। सरकार से हमारी यह मांग है कि इस गंभीर मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई की जाए और सभी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।आज गर्दनीबाग में BPSC अभ्यर्थियों के आंदोलन में शामिल होकर उनकी आवाज़ को मजबूती देने का अवसर मिला। भाकपा (माले) महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य जी के साथ धरनास्थल पर उपस्थित होकर हमने अभ्यर्थियों की जायज़ मांगों और उनके संघर्ष का समर्थन किया। यह आंदोलन केवल एक परीक्षा से संबंधित नहीं है, बल्कि यह युवाओं के भविष्य, उनके हक और उनके सपनों का सवाल है।
परीक्षा प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं और गड़बड़ियों ने लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकार में डाल दिया है। यह भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के खिलाफ एक बड़ा संघर्ष बन चुका है, जो केवल अभ्यर्थियों का नहीं, बल्कि पूरे समाज का है। हमारी मांग है कि इस परीक्षा को रद्द कर, पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित की जाए ताकि सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर मिल सके।