बिहार विधानसभा में आज लगातार पाँचवें दिन SIR घोटाले को लेकर महागठबंधन का हल्ला बोल जारी रहा। विपक्ष का स्पष्ट आरोप है कि यह घोटाला केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक न्याय के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है। महागठबंधन ने कहा है कि यह स्कैम बिहार के दलितों, पिछड़ों, गरीबों और अल्पसंख्यकों के संवैधानिक मताधिकार को कमजोर करने और उनके वोट को नियंत्रित करने की कोशिश है।
विपक्ष ने सत्तारूढ़ भाजपा-जदयू सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सदन में सरकार की चुप्पी न केवल शर्मनाक है, बल्कि लोकतंत्र के खिलाफ एक साजिश है। सरकार जवाब देने से बच रही है, जो इस बात का संकेत है कि कहीं न कहीं सच्चाई छुपाई जा रही है।
INDIA गठबंधन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस लड़ाई को सिर्फ विधानसभा तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि इसे सड़क तक लेकर जाएगा। लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष और तेज़ किया जाएगा। महागठबंधन ने यह भी कहा कि बिहार की जनता के साथ धोखा और संविधान के मूल्यों से खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।