इस बैठक में मौजूदा दौर की राजनीतिक चुनौतियों पर गंभीर मंथन किया जा रहा है, जिनमें लोकतंत्र पर बढ़ते हमले, संविधान और संस्थाओं की निष्पक्षता पर खतरे, तथा आम जनता की समस्याओं की अनदेखी जैसे मुद्दे शामिल हैं। पार्टी का मानना है कि मौजूदा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनआंदोलन को और व्यापक तथा तेज़ करने की आवश्यकता है, ताकि जनता की आवाज़ को बुलंद किया जा सके।
बैठक में विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे आंदोलनों — जैसे मज़दूरों, किसानों, छात्रों, नौजवानों और महिलाओं के संघर्ष — की समीक्षा की जा रही है और इन्हें और सशक्त बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। साथ ही, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर संगठनात्मक मजबूती, उम्मीदवार चयन, जनसंपर्क अभियान और प्रचार रणनीतियों पर भी विस्तार से चर्चा हो रही है।
बिक्रमगंज (रोहतास) में भाकपा माले की राज्य कमिटी की दो दिवसीय बैठक जारी है, जिसमें पार्टी के राज्य स्तरीय नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं। इस बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालात पर गहन चर्चा की जा रही है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीतियों, लोकतंत्र पर बढ़ते हमलों और सामाजिक-आर्थिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष की रणनीति तय की जा रही है।