पालीगंज प्रखंड के सिगोड़ी पंचायत के सिगोड़ी गाँव में हाल ही में SIR प्रणाली के माध्यम से मतदाताओं के नाम काटे जाने की जाँच की गई। इस जांच में कई गंभीर गड़बड़ियाँ सामने आई हैं। कई लोगों से बिना किसी उचित कारण उनके संवैधानिक अधिकार, यानी वोट देने का अधिकार छीना गया।
यह सिर्फ़ एक गाँव की समस्या नहीं है, बल्कि लोकतंत्र पर सीधा हमला है। सत्ता के इशारे पर मतदाता सूची से नाम गायब कराना जनता की आवाज़ को दबाने और चुनाव को प्रभावित करने की एक गंदी साज़िश है। इससे समाज के कमजोर वर्ग, गरीब, दलित और पिछड़े समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। और हमें मिलकर अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा
हम जनता को आश्वस्त करना चाहते हैं कि यह अन्याय सहन नहीं किया जाएगा। यह चेतावनी है उन लोगों के लिए जो लोकतांत्रिक अधिकारों पर डाका डालने की कोशिश कर रहे हैं: जनता अपने वोट की ताक़त से करारा जवाब देगी। लोकतंत्र की रक्षा और हर नागरिक के वोट के अधिकार की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। सिगोड़ी गाँव की यह घटना यह याद दिलाती है कि जागरूक जनता ही लोकतंत्र की असली ताक़त है,