TRE-3 परीक्षा में सप्लीमेंट्री रिज़ल्ट के लिए प्रस्तुत सभी तर्कों को देखते हुए सवाल उठता है कि क्यों सरकार ने बस एक लाइन में "नहीं देना" कहकर स्पष्टीकरण नहीं दिया। क्या जनता की आँखों में धूल झोंकते हुए बार-बार हजारों पद खाली छोड़कर अगली बार भी उन्हीं पदों पर विज्ञापन निकालने की योजना है? यह बयान सरकार की असमझदारी और जनता के अधिकारों के प्रति उदासीनता पर कड़ा प्रहार है।